मुख्तार अंसारी की इलाज के दौरान मौत, जेल में बिगड़ी थी तबीयत
Mukhtar Ansari Death News
Mukhtar Ansari Death News: बांदा जेल में बंद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी (63) की मौत हो गई है. मुख्तार को जेल में हार्ट अटैक आने ने बाद मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. हालत गंभीर होने के बाद उसे पहले आईसीयू में फिर सीसीयू में भर्ती कराया गया था. मुख्तार अंसारी की मौत से जुड़ी खबर आने के बाद मऊ और गाज़ीपुर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. बता दें कि जेल में बेहोश होने के बाद मुख्तार अंसारी को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया था. 9 डॉक्टरों की टीम लगातार उसकी सेहत पर नजर बनाए हुई थी लेकिन उनकी सेहत में कोई सुधार नहीं हो रहा था.
बता दें कि मुख्तार अंसारी को रात करीब नौ बजे दिल का दौरा पड़ा था और वो बेहोश हो गया था. इसके बाद उसे आनन-फानन में तुरंत मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. ये खबर आने के बाद मुख्तार का परिवार गाजीपुर से बांदा के लिए निकल गया है. मामले की गंभीरता को देखते बांदा जेल की भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है. मुख्तार अंसारी के वकील रणधीर सिंह ने TV9 से बातचीत में दावा किया है कि मुख्तार अंसारी से किसी को भी मिलने नहीं दिया जा रहा था.
इससे पहले मंगलवार को रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. उसे स्टूल सिस्टम की परेशानी हो थी. रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में उसे 14 घंटे तक आईसीयू में रखकर इलाज किया गया था. बता दें कि मुख्तार ने कुछ दिन पहले ही कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया था कि उसे धीमा जहर दिया जा रहा है.
उल्टी और बेहोशी की हालत में कराया गया था भर्ती
मुख्तार अंसारी की मौत को लेकर मेडिकल बुलेटिन जारी कर दिया गया है. मेडिकल बुलेटिन के मुताबिक शाम 8 बजकर 25 मिनट पर मुख्तार अंसारी को रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज बांदा में भर्ती कराया गया था. डॉक्टरों के मुताबिक उन्हें उल्टी की शिकायत और बेहोशी की हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था. 9 डॉक्टरों की टीम इलाज में जुटी थी लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका.
मौके पर पहुंचे DM और SP
मुख्तार अंसारी की मौत की जानकारी मिलने के बाद बांदा के DM और SP मौके पर पहुंच गए हैं. पूरे मेडिकल कॉलेज को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. बता दें कि इसी महीने 26 तारीख को रात करीब तीन बजकर 55 मिनट पर मुख्तार को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. ये बात जैसे ही फैली मुख्तार के समर्थकों और परिवारीजनों को बांदा पहुंचना शुरू कर दिया था. बता दें कि मुख्तार के भाई अफजाल अंसारी, बेटा उमर अंसारी बांदा पहुंचे थे लेकिन किसी को भी मुख्तार से मिलने नहीं दिया गया था.